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University | Kulgeet | Official Website of Veer Bahadur Singh Purvanchal University, Jaunpur, UP, India

Kulgeet

वीर बहादुर सिंह विश्व-विद्यालय का हरितांचल।

जय-जय-जय “पूरब की आत्मा”, जय-जय-जय “पूर्वाञ्चल”॥

पूर्व दिशा का ताज रहा है, “भारत का शीराज” रहा है,

यह यमदग्नि-यजन की बेदी यह “कुतबन” का मादल।

जय-जय-जय “पूरब की आत्मा”, जय-जय-जय “पूर्वांञ्चल”॥

दो धर्मों की मिलन-धुरी यह, राग सलोना “जौनपुरी” यह,

संघर्षों की झंझर में झंकृत जिसके जीवन-पल।

जय-जय-जय “पूरब की आत्मा”, जय-जय-जय “पूर्वांञ्चल”॥

नये सृजन की सजी आरती, उतरी वीणा लिये भारती,

नव-जागरण-थाल में अर्पित यह पावन तुलसी दल।

जय-जय-जय “पूरब की आत्मा”, जय-जय-जय “पूर्वांञ्चल”॥

कला-शिल्प-विज्ञान कलेवर, छलकाये प्रकाश के निर्झर,

धेनुमति-तमसा-गंगा का यह पावन क्रीड़ास्थल।

जय-जय-जय “पूरब की आत्मा”, जय-जय-जय “पूर्वांञ्चल”॥

नीति हमारी सरल-तरल हो, जिसमें जन का क्षेम-कुशल हो,

गौतम-कपिल-कणाद-पतंञलि हों आदर्श अचंचल।

जय-जय-जय “पूरब की आत्मा”, जय-जय-जय “पूर्वांञ्चल” ||

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